वो बारिश की बूँदें आज भी कुछ याद दिला जाती हैं
वो ठंडी हवाओं में साथ घूमना
वो चाट के ठेले पर गोल गप्पे खाना
वो बरसात में स्कूटी तेज़ तेज़ चलाना
वो क्लास में टिफिन खाना
वो भूगोल शास्त्र की क्लास से भाग जाना
वो भूगोल शास्त्र की क्लास से भाग जाना
वो पानी पीने के बहाने पूरे स्कूल के चक्कर काटना
वो मिल बाँट के खाना
वो कैंटीन के बाहर खड़े हो कर लड़ना
वो बास्केटबाल के लिए झगड़ना
हर लम्हा हर पल बस मस्ती कर
वो खट्टी मीठी यादें आज भी आँखों में आंसू दे जाती हैं
-हर्षिता श्रीवास्तव
very Nice Harshita.. I have also done some of the things.. and still remember them <3
ReplyDeleteThank you Neisha :)
ReplyDeletexoxo
हिंदी कविता में स्वागत है...अच्छी रचना है...थोडा करेक्शन कर दूं...अगर बुरा ना मानो...नुक्ताचीनी की बुरी आदत है...
ReplyDeleteवो खट्टी-मीठी यादें, बारिश दे जातीं हैं
आज भी, आँखों में...
zarur :)
Deletehindi class X k baad aj uthayi h..waqt lagega sahi krte-2
:)
loved it Harshita (hindi was my third language :P )...i was in this too ... i wrote in bengali n a lil bit in english...i started blogging initially with few of them...now i hardly get time for that :(
ReplyDeleteAww..never mind Sukanya..You're doing a great job right now :)
DeleteBut some day I would really like to read more of your poems :)
xoxo
बहुत प्यारी रचना है, हर्षिता। बधाई!
ReplyDeletedhanyawaad Sneha ji:)
Deletewaaah kyaa baat hai........school days eyad aa gye..........
ReplyDelete:) Dhanyawaad
DeleteBlog mei swagat h Manu ji :)